गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010

...यहां चलना संभल-संभलकर

...यहां चलना संभल-संभलकर
भास्कर न्यूज & करड़ाकस्बे समेत आस पास के गांवों की कई संपर्क सड़कें इस समय जर्जर अवस्था में है। कई स्थानों पर तो सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है, जबकि कई स्थानों पर तो स्थिति यह है कि पता ही नहीं चलता कि कभी यहां पक्की सड़क रही होगी। करड़ा से कोड़का, कोड़का से भाटीप तथा भाटीप से पमाणा समेत सेवाड़ा से मौखातरा, करवाड़ा से कोटड़ा सड़क मार्ग जर्जर होने से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से गंतव्य स्थान पर पहुंचने में समय भी अधिक लगता है। खराब सड़के होने से आए दिन हादसे होते रहते है।प्रसव के समय होती है परेशानी : इन गांवों मार्ग जर्जर होने से प्रसव के समय गांव से करड़ा या भीनमाल जाना पड़ता है, जिसके चलते वाहन चालक जर्जर सड़कों के चलते वाहन नहीं ले जाते है। ऐसी स्थिति में अधिक किराया देकर वाहन किराए पर लेना पड़ता है। जिससे काफी समय जाया करना पड़ रहा है।गांवों की बसें बंद : सड़कें टूटी होने सेे भाटीप, पमाणा व सामरानी गांव में जाने वाली बसों को ठेकेदार ने बंद कर दी जिसके चलते इन ग्रामीणों की परेशानी और भी बढ़ गई है। जहां इन गांवों का अन्य स्थानों से संपर्क टूट गया है।वहीं आवागमन के साधन कम होने से आवश्यक कार्य होने की स्थिति में किराए पर वाहन लेना पड़ता है।ञ्चकरड़ा से कोड़का व भाटीप तक सड़क मार्ग का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ हो जाएगा, क्षेत्र की जर्जर सड़कों के नवीनीकरण के प्रस्ताव भिजवा कर सड़क निर्माण करवाया जाएगा।अमृतलाल वर्मासहायक अभियंता, सानिवि. रानीवाड़ाञ्चमार्ग क्षतिग्रस्त होने से वाहन चालक सड़कों के किनारे पर वाहन चलाते हैं। ऐसी स्थिति पर कई बार सामने से वाहन आ जाने से हादसे होते हंै। करड़ा से सामरानी तक सड़कें टूटी होने से हादसे की आंशका रहती है, जिसके चलते टैक्सी वाले हमारे गांव में किराये पर आने से कतराते हैं।देवीसिंह, ग्रामीण, सामरानीञ्चक्षेत्र की अधिकतर संपर्क सड़कें काफी खस्ताहालत में हैं। मार्ग खराब होने से गंतव्य स्थान पर पहुंचने के लिए समय भी अधिक लगता है। दुपहिया वाहन चालक तो इन मार्गों से गुजरते समय परेशान होती हैं।सुरेंद्र कुमार विश्नोई, डीगांवञ्चकरड़ा से कोड़का तक सड़क मार्ग पर दुपहिया वाहन चलाना भी मुश्किल भरा है। विभाग को इन मार्गों को गंभीरता से लेते हुए इनकी मरम्मत के लिए प्रस्ताव लेकर कार्य करवाना चाहिए।हमीराराम देवासी, हरजी की ढाणी ञ्चमार्ग जर्जर हालत में होने से वाहन का मेंटेनेस अधिक आता है। वाहन चालक इन मार्गो पर वाहन चलाने से कतराते हैं। इधर, टैक्सी चालक भी मार्ग खराब होने से मनमर्जी से किराया वसूल करते हैं।किशनाराम, निवासी करड़ाञ्च निर्माण के समय अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं देने से कुछ दिनों बाद ही सड़क बिखर जाती है। ठेकेदार के साथ अधिकारियों की जिम्मेदारी तय हो।पुखराज पुरोहित, निवासी करड़ाकब पूरा होगा काम

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