शनिवार, 6 जुलाई 2013

जागरूकता से ही बचेगा व्यर्थ होने वाला पानी

पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने पानी का मोल समझते हुए अपने घरों में बनवाए भूमिगत टांके, वर्षा के दिनों में एकत्र करते हैं काफी पानी
भास्कर न्यूज त्न करड़ा (जालोर)
पानी की कमी से परेशान करड़ा के लोगों ने पानी की समस्या का समाधान के लिए अच्छी पहल की है। यहां के कई लोगों ने वर्षा का पानी सहेजने के लिए अपने घरों में भूमिगत टांकों का निर्माण करवाया है। इन टांकों में वे बारिश के दिनों में छतों पर गिरने वाला पानी एकत्र करते हैं तथा इसका उपयोग वे साल भर पीने के लिए करते हैं। जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में पेयजल की काफी परेशानी है, अधिकतर स्थानों पर खारा पानी होने के कारण लोगों को समय पर पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है, ऐसे में उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इसी समस्या के समाधान के लिए लोगों ने अब अपने घरों में भूमिगत टांकों का निर्माण करवाना शुरू कर दिया है। इन टांकों में वे वर्षा काल के दौरान व्यर्थ बहने वाले पानी का संचय करते हैं। अब करड़ा क्षेत्र के कई घरों में ऐसे टांके देखने को मिल रहे हैं। लोग बारिश के दिनों में इन टांकों में लाखों लीटर पानी एकत्र करते हैं तथा साल भर तक इसे पीने के लिए उपयोग में लेते हैं। लोगों ने अपने घरों की छतों से पाइप लगाकर सीधा उसे टांकों से जोड़ दिया है, जब भी बारिश होती है तब छत पर गिरने वाला पानी सीधा टांकों में एकत्र होता है। करड़ा निवसी रमजानखां बताते हैं कि पहले पानी के लिए लोगों को दर दर की ठोकरें खानी पड़ती थी, अब घरों में टांकों में पीने के लिए पानी एकत्र हो जाता है जिससे लोगों को पानी के लिए घूमना नहीं पड़ता है। यदि सभी लोग इस तरह की पहल करें तो पानी की समस्या का समाधान हो सकता है।

आपने भी इस तरह की पहल की हो तो हमें बताएं
दैनिक भास्कर की ओर से समय समय पर सामाजिक सरोकार के तहत विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जाते हैं, अब वर्षा के जल को संग्रहित करने व वर्षा काल में व्यर्थ बहने वाले पानी को बचाने के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से भास्कर अभियान 'आओ पानी बचाएं' चलाया जा रहा है। आप भी इस अभियान से जुड़कर अपने घरों में टांके बनाकर वर्षा के व्यर्थ बहने वाले पानी को बचाएं तथा इसके लिए दूसरे को भी प्रेरित करें। यदि आपने या आपके आस पास किसी ने वर्षा के जल को बचाने की पहल की है तो आप हमें अवश्य बताएं, हम उनकी इस पहल को अन्य लोगों तक पहुंचाकर दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। ताकि जल संरक्षण का यह अभियान हर गांव हर घर पहुंच सकें। इसको लेकर आप अपने सुझाव हमारे ईमेल आईडी bhaskarjlr@gmail.com, bhaskarkrd@gmail.com और मोबाइल नंबर 9587653030 पर दे सकते हैं।

मकान बनवाने से पहले बनवाते हैं टांका
क्षेत्र के लोगों को अब पानी के मोल का पता चल गया है। काफी मशक्कत के बाद भी पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने से परेशान लोग अब अपने घरों में मकान बाद में बनवाते हैं पहले पानी एकत्र करने के लिए टांका बनवा रहे हैं। इस टांके में वर्षा के दिनों में पानी एकत्र करते हैं। ग्रामीण अब मकान बनवाने से पहले ही अपने घरों में टांके का निर्माण करवा रहे हैं।

अब तक कर दिया लाखों लीटर पानी एकत्र
प्रकृति से दिनों दिन कम हो रहे इस भंडार को सहेजने के लिए काफी लोग अब जागरूक हो गए हैं और वे अपने घरों में वर्षा काल के दौरान व्यर्थ बहने वाले पानी को सहेजने लगे हैं। करड़ा क्षेत्र के रमजानखां, किशनाराम गोदारा, डीगांव निवासी संग्रामाराम व हरीराम जाणी, रामसीन निवासी रमेश कुमार, शांतिनगर निवासी दिनेश कुमार, रामदेव कॉलोनी निवासी करणसिंह, शिवाजीनगर निवासी कांतिलाल समेत कई लोगों ने अब तक अपने घरों में लाखों लीटर पानी एकत्र कर लिया है। इसके अलावा कई लोग पानी बचाने का संकल्प ले रहे हैं।

आप भी आगे आएं, और बचाएं पानी
जिले भर में बारिश का दौर शुरू हो चुका है, अब तक जिले के कई लोगों ने वर्षा के दिनों में व्यर्थ होने वाले पानी का बचाव कर लिया है। आप भी आगे आकर वर्षा के दिनों में व्यर्थ होने वाले पानी का बचाव करें। इससे बारिश के दिनों में लाखों लीटर पानी का बचाव हो सकता है। आप भी आगे आकर बारिश का पानी एकत्र करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें तो इस मौसम में लाखों लीटर पानी बचाया जा सकता है।

करड़ा. बारिश के पानी को सहेजने के लिए डीगांव की ढाणी में निर्मित टांका। फोटो रोहित बिश्नोइ


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