गुरुवार, 19 अप्रैल 2012

शुरू ही नहीं हुआ थ्री जी, दे दिए कनेक्शन

ओमप्रकाश विश्नोई  करड़ा 
राज्य सरकार की ओर से बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए नित नई योजनाएं शुरू तो की जाती हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के आला अधिकारी इन योजनाओं का सही क्रियान्वयन नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में इन योजनाओं पर लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है। ऐसा ही मामला स्कूलों में कल्प योजना के तहत सामने आया है। जानकारी के अनुसार कस्बे समेत जिले के 30 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बीएसएनएल के थ्री जी कनेक्शन के लिए बीते साल अक्टूबर माह में मोडम आवंटित किए गए, लेकिन विभिन्न गांवों व कस्बों में बीएसएनएल की थ्री जी सेवा शुरू नहीं होने से ये मोडम अभी भी आलमारियों में बंद पड़े हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो इन कनेक्शन के लिए एक साल की एडवांस राशि भी विभाग की ओर से जमा करवाई जा चुकी है। जबकि अब इन विद्यालयों में 2200 रुपए का बिल भिजवाया गया है। वहीं कल्प विद्यालयों में कंप्यूटर सहायक के अभाव में पिछले तीन साल से बच्चों को कंप्यूटर का ज्ञान भी नहीं दिया जा रहा है। 
गफलत में अधिकारी 
विभागीय अधिकारियों द्वारा मोडम खरीदते समय निगम की ओर से एक वर्ष तक फ्री इंटरनेट की बात कही जा रही है तो कभी एडवांस में बिल जमा कराने की, लेकिन अब इन स्कूलों में निगम की ओर से 2200 रुपए का बिल भिजवाया गया है। वहीं जिला कल्प प्रभारी का कहना है कि मोडम के प्लान व खरीद के बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्हें मोडम जयपुर से आने के बाद कल्प विद्यालयों में आवंटित करने तक का जिम्मा सांैपा गया था। जबकि डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि उन्होंने जिला स्तर से चयन कर डिमांड भेजने के बाद बीएसएनएल से मोडम उपलब्ध करवाए हैं। ऐसे में जब खुद विभागीय अधिकारियों को इस योजना का पूरा ज्ञान नहीं तो भला इसका सफल क्रियान्वयन कैसे संभव है। 
योजना के तहत इन स्कूलों को मिले मॉडम 
कल्प योजना के तहत कस्बे के राजकीय उ.प्रा.विद्यालय कोड़का, माध्यमिक विद्यालय रानीवाड़ा खुर्द में यह मॉडम मिले हैं। इसके अलावा जिले के अन्य उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी मॉडम दिए गए हैं, लेकिन इनमें से किसी भी स्कूल में यह शुरू नहीं हुए हैं। यहां तक कि कई स्कूलों में तो कंप्यूटर लैब ही आज तक बंद पड़ी है। 
यह मिलता फायदा 
देखा जाए तो इंटरनेट के माध्यम से विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के अलावा शिक्षा से संबंधित नवीनतम जानकारी, योजनाएं व पाठ्यक्रम से संबंधित जानकारी सुलभ कराने के लिए स्कूलों में कल्प योजना के तहत बीएसएनएल के थ्री जी कनेक्शन आवंटित किए गए थे। सरकार की इस कल्याणकारी योजना के तहत बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ इंटरनेट से जुड़ी शिक्षा भी दी जानी थी, लेकिन छह महीने बीतने के बावजूद गांवों में ये मोडम एक्टिव तक नहीं हो पाए हैं। 
               ॥हमें जयपुर से मोडम व विद्यालयों की सूची प्राप्त हुई थी। जिसके बाद हमने सूची के आधार पर संबंधित संस्थाप्रधानों को मोडम वितरित कर दिए। इन मोडम को सक्रिय करने के लिए तीन बार हमने पत्र लिखकर जयपुर भी भिजवाए, लेकिन बीएसएनएल की ओर से नेटवर्क समस्या बताकर अभी तक इन्हें एक्टिव नहीं किया गया है। वैसे हमने इसका बिल भरने से मना कर दिया गया है। मोडम की खरीद करते समय तक एक साल के लिए मुफ्त सुविधा शामिल थी। 
                                                                                        नरसींगाराम, कल्प प्रभारी, जालोर 
                  ॥जिला मुख्यालय पर गत वर्ष अक्टूबर में हुई बैठक में हमें बीएसएनएल थ्री जी ब्रॉडबैंड कनेक्शन के लिए मोडम दिया गया था। यह कैसे शुरू होता है, इस बारे में हमें कोई जानकारी तक नहीं है। अब 2200 रुपए का बिल भी आ गया है। वहीं ऑपरेटर के अभाव में बच्चों को इससे संबंधित शिक्षा भी नहीं मिल पा रही है। 
                                                                     भागीरथराम विश्नोई, प्रधानाध्यापक, राउप्रावि, कोड़का 
                    ॥हमने बीएसएनएल से प्लान लेकर डीपीसी को भिजवाए थे। वहां से जिसने जो प्लान चुना, उसी हिसाब से मोडम भेजे गए थे। अगर विद्यालयों में मोडम शुरू नहीं हुए हैं तो डीपीसी से बात कर जल्द ही शुरू करवाने के प्रयास किए जाएंगे। 
                                                     मनीष गुप्ता, डिप्टी डायरेक्टर, सर्व शिक्षा राजस्थान, जयपुर

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