गुरुवार, 19 मई 2011

इन्हें कब मिलेगा शिक्षा का अधिकार!

भास्कर न्यूज़ । करड़ा
हर माता पिता को अपने बच्चों से यही उम्मीद होती है कि उनका लाडला या लाडली अच्छे पढ़लिख कर बड़े ओहदे पर पहुंचें और आमजन की सेवा करने के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन करे, लेकिन क्षेत्र के अरणीयाली नाड़ी स्थित ढाणियों के वाशिंदों की यह उम्मीदें धूमिल होती नजर आ रही है। कारण कि यहां स्थित ढाणियों के नजदीक में एक भी विद्यालय नहीं होने के कारण यहां रहने वाले अभिभावक चाहकर भी अपने बेटे-बेटियों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं।
बाल शिक्षा अधिकार लागू होने के बावजूद इस क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा नहीं मिलना उनके साथ खिलवाड़ है। ऐसा नहीं है कि यहां कभी विद्यालय खुला ही नहीं। दरअसल, करड़ा ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले भापड़ी गांव की अरणीयाली नाड़ी स्थित ढाणियों के बच्चों को विद्यालय से जोडऩे के लिए करीब आठ साल पहले वर्ष 2003 में लोक जुंबिश परियोजना द्वारा राजीव गांधी पाठशाला खोली गई थी। कुछ माह चलने के बाद सरकार की ओर से विभिन्न परियोजना के मार्फत यहां कक्षाकक्ष, कार्यालय, मूत्रालय व पेयजल टांके का निर्माण करवाया, लेकिन यह विद्यालय जुलाई 2010 में अनार्थिक घोषित कर बंद कर दिया तथा विद्यालय में अध्ययनरत 13 छात्रों को तीन किलोमीटर दूर भापड़ी स्थित विद्यालय जाने को कहा गया, लेकिन ये बच्चे छोटे होने से अकेले विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं। जिसके चलते इन्हें शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। वहीं अब यहां स्थित ढाणियों में छात्रों की संख्या भी बढ़ गई है और काफी संख्या में यहां बच्चे पढऩे से वंचित रह रहे हैं। सरकार की ओर से सबके लिए शिक्षा अनिवार्य करने के बाद यहां के बाशिंदों को फिर से विद्यालय शुरू होने की आस जगी है, लेकिन इन बच्चों के लिए विद्यालय कब तक खुल पाएगा, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
ये अन्याय हैञ्च हमारे क्षेत्र में स्थित विद्यालय बंद होने से बच्चों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। सरकार की ओर से अनार्थिक घोषित किए गए सभी विद्यालयों को फिर से शुरू किया गया है जो अच्छा निर्णय है। ऐसे में इस विद्यालय को भी शुरू कर दिया जाता है तो हमारे बच्चे भी शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे। अगर विद्यालय शुरू नहीं होता है तो बच्चों के साथ अन्याय है।
रामलाल जांगू, अभिभावक, अरणीयाली नाड़ी
फिर भी शुरू नहीं हुआ विद्यालय
मैंने व ढाणी में रहने वाले ग्रामीणों ने कई मर्तबा ग्राम पंचायत में प्रस्ताव देकर विद्यालय पुन: शुरू करने की मांग की थी। इसके अलावा उच्चाधिकारियों को भी इस बारे में अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक विद्यालय शुरू नहीं हो पाया है। जिससे हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। - हीरालाल विश्नोई, वार्ड पंच, अरणीयाली

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