शनिवार, 23 अप्रैल 2011

फिर कैसे मिलेगी बच्चों को शिक्षा!

भास्कर न्यूज़.करड़ा
जहां एक ओर सरकार अनिवार्य शिक्षा जैसे कानून बनाकर शिक्षा से वंचित बालकों को विद्यालय से जोडऩे की जुगत कर रही है, वहीं भापड़ी गांव स्थित अरणियाली नाडी़ व भाटीप में खानू की ढाणी के बच्चे विद्यालय बंद कर देने से शिक्षा से वंचित रह रहे हैं। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में स्कूल होने के बावजूद सरकार की ओर से उन्हें अनार्थिक घोषित कर बंद कर दिया गया। जिससे इन क्षेत्र के बच्चे पढ़ाई की मुख्यधारा से आज भी नहीं जुड़ पाए हैं। इन दोनों विद्यालय में 20-20 छात्र संख्या होने से इसी वर्ष अनार्थिक घोषित कर बंद कर दिया। फिर सरकार द्वारा सभी विद्यालय पुन: प्रारंभ करने की घोषणा की गई, लेकिन इन विद्यालयों को प्रपोजल नहीं मिलने का बहाना बताकर शुरू ही नहीं किया गया। ऐसे में यहां पढऩे वाले बच्चे अन्य विद्यालय दूरी पर होने से घर बैठे हैं। इसके अलावा इनके अभिभावक बच्चों को विद्यालय से लाने-ले जाने में भी असमर्थ हैं। अरणियाली नाड़ी निवासी ग्रामीण रामलाल जांगू व वंशीलाल ने बताया कि ढाणी में स्थित विद्यालय बंद होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इसी तरह भापड़ी निवासी कालूराम विश्नोई व सोहनलाल ने बताया कि विद्यालय फिर से शुरू होने पर छात्रों की संख्या भी बढ़ेगी और बच्चे शिक्षा से वंचित भी नहीं रहेंगे।

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