मंगलवार, 1 जून 2010

स्कूल दूर, अभिभावक मजबूर

भास्कर न्यूज& करडा
एक ओर जहां सरकार ने शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य कर स्कूल छोड़ चुके बच्चों को विद्यालय से जोडऩे के लिए नित नई लुभावनी घोषणाएं की जा रही हैं, वहीं निकटवर्ती पमाणा ग्राम पंचायत के फगलुनाडी क्षेत्र में विद्यालय के अभाव में यहां के बच्चों को विद्यालय से जोडऩा मुशिकल भरा है। यहां के बच्चों को तीन किलोमीटर का पैदल सफर तय कर पमाणा गांव स्थित विद्यालय जाना पड़ रहा है। ऐसे में अभिभावक अकेले में बच्चों को विद्यालय भेज नहीं रहे हैं। वहीं बच्चों को विद्यालय तक छोडऩे के लिए उनके पास समय नहीं है। सरकार की हर एक किलोमीटर के दायरे में विद्यालय खोलने का सरकारी दावा बेअसर होता दिखाई दे रहा है। जिसके चलते जनप्रतिनिधि समेत शिक्षा के नुमाइंदों को फगलुनाडी में विद्यालय खोलने की कई मर्तबा मांग की गई, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। वहीं इस क्षेत्र के आस पास रेबारी, विश्नोई व चौधरी जाति के ५० घरों की बस्ती है। इसके चलते इस क्षेत्र के प्रतिदिन १०० बच्चे तीन किलोमीटर का सफर तय कर पमाणा गांव की स्कूल में पढऩे के लिए जा रहे हैं, वहीं अधिकतर बच्चे विद्यालय से नहीं जुड़ पाए हैं।
इनका कहना है
हमारी ढाणियों के नजदीक विद्यालय नहीं होने से हमारे बच्चे शिक्षा से वंचित हैं, अगर फगलुनाडी मे विद्यालय खुल जाता है तो सारी परेशानी दूर हो जाएगी।
- हमीराराम देवासी व मांगीलालपमानान्चाहमाने
हमने विधायक समेत शिक्षा अधिकारियों से कई मर्तबा मिलकर हमारी ढाणियों के नजदीक विद्यालय खोलने की मांग की, लेकिन आज तक विद्यालय नहीं खुल पाया है। जिसके चलते इस क्षेत्र के बच्चे शिक्षा से वंचित हैं।
- उदाराम विश्नोई व पारसाराम, फगलुनाडी, पमाणा

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